एक अच्छे कर प्रणाली की मुख्य विशेषताओं (The Main Characteristics of Good Tax System) -

एक अच्छी ठोस एंव आदर्श कर प्रणाली वह है जो करारोपण के अधिकांश नियमों को संतुष्ट करती है जो व्यय पूरा करने के लिए सरकार को पर्याप्त राजस्व उपलब्ध करवाने में सहायक होती है तथा साथ ही करदाताओ को न्यूनतम असुविधा देती है। एक कर प्रणाली में भूमि, सम्पति एंव आय को कर का आधार माना जा सकता है। लेकिन इस कर प्रणाली को अपनाने से सरकार को प्रचुर आय प्राप्त नहीं होती है। साथ ही लोगों में कर टालने की प्रवृति भी आ जाती है। अत: एक कर प्रणाली किसी अच्छी कर प्रणाली का आधार नहीं हो सकता लेकिन बहुकर प्रणाली तुलनात्मक रूप से ज्यादा अच्छी है। Prof. Dalton के शब्दों में – “आर्थिक दृष्टि से वही कराधान व्यवस्था उतम है जिसके आधिकतम उतम तथा न्यूनतम खराब प्रभाव हो।”


अच्छी कर प्रणाली की विशेषताएँ 

अच्छी कर प्रणाली के निम्नलिखित विशेषताएँ है –

1. कर अनुपात (Tax Ratio) – एक अच्छी कर प्रणाली में कर अनुपात का तत्व विधमान होना चाहिए। एक विकासशील राष्ट्र में निश्चित मात्रा में कर अनुपात निर्धारित करना कठिन होता है। प्रत्येक राज्य में अलग – अलग समय पर राज्यस्व एकत्रित करने की लागत, सार्वजनिक व्यय से प्राप्त होने वाला लाभ अलग अलग होता है। जिन राष्ट्रों में बचट का घाटा बहुत अधिक है तो उसकी पूर्ति के लिए वहाँ ऊँची कर दर आवश्यक है लेकिन यह ध्यान देने की बात है कि घाटा पूरा करने क लिए कर अनुपात में धीरे – धीरे वृद्धि की जानी चाहिए।

2. कराधान में समानता (Equility in Taxation) – कर सुधारों से संबंधित यह अत्यंत महत्वपूर्ण विषय है। प्रत्येक राज्य के नागरिक को यथासंभव अपनी-अपनी योग्यता के अनुपात में सरकार की सहायता के लिए अंशदान करना चाहिए अर्थात् उस आय के अनुपात में जिसका आनंद वे राज्य के संरक्षण में प्राप्त करते है। ताकि सरकार को पर्याप्त आय प्राप्त हो और कर भार का न्यायोचित वितरण हो।

3. संतुलित कर प्रणाली (Balanced Tax System) – एक अच्छी कर प्रणाली की एक और प्रमुख विशेषता यह है कि यह संतुलित हो। इसका अर्थ है की कर प्रणाली ण केवल एक प्रकार के कर को बल्कि सभी प्रकार के करों को उचित संतुलन में रखे। उदहारण के रूप में प्रत्यक्ष तथा परोक्ष दोनों ही प्रकार के करों के लाभ तथा उचित संतुलन में रखने के लिए एक अच्छे कर प्रणाली की आवश्यकता है।

4. करों का सार्वभौमिक कार्यान्वयन (Universal Application of Tax) -  अच्छी कर प्रणाली का एक और लक्ष्ण यह है कि यह समाज के प्रत्येक व्यक्ति के लिए बिना किसी भेदभाव के करों का सार्वभौमिक और एक समन कार्यान्वयन सुनिश्चित करे।

5. उत्पादन एंव वितरण पर अभिष्ट प्रभाव (Desirable effects on Production and Distribution) – एक अच्छी कर प्रणाली वह जिसका उत्पादन एंव वितरण पर अभीष्ट प्रभाव पड़ता है। एक अच्छे कर प्रणाली सदा उत्पादन बढ़ाती है, लोगो को कार्य करने के लिए उत्साहित करती है, बचत और निवेश में सहायक होती है, राष्ट्रीय आय बढ़ाती है तथा इसका समान वितरण सुनिश्चित करती है।

6. सार्वजनिक राजस्व के स्त्रोत (Source of Public Revenue) – एक कर प्रणाली को आदर्श बनाने के लिए कर में सार्वजनिक राजस्व का उपलब्ध करवाने के गुण का होना आवश्यक है। बचट के कुल राजस्व में कर का भाग महत्वपूर्ण होता है। यह सार्वजनिक राजस्व का स्त्रोत है। अत: इससे सरकार को आवश्यक राजस्व उपलब्ध होना चाहिए।

7. परेशानी से स्वतंत्रता (Freedom from Harrassment) – एक अच्छी एंव आदर्श कर प्रणाली करदाताओ के कुछ मौलिक आधिकारो को पहचानती है। करदाता कर देने को तैयार है परन्तु परेशानी क्षेलना पसंद नहीं करते। इस बात को ध्यान में रखते  हुए कर नियमों की भाषा सरल होनी चाहिए जहाँ तक संभव हो कर देने का ढंग व समय करदाताओ की सुविधा अनुसार हो जिससे कर देने में उसे प्रसन्नता हो।

Prof. Musgrave ने अच्छी कर प्रणाली के प्रमुख विशेषताएँ बताये है­ –

1. कर भार का वितरण समान हो जिसमे प्रत्येक व्यक्ति को अपना उचित भाग देना पड़े।

2. कर व्यवस्था एक पक्षपात रहित प्रशासन उपलब्ध करवाये जो करदाता द्वारा आसानी से समक्षी जा सके।

3. प्रशासन और अनुपालन लागत कम होनी चाहिए और अन्य उदेश्यों के अनुकूल होनी चाहिए।

वास्तव में एक अच्छी कर प्रणाली का आधार करदेयता ही होना चाहिए। इससे कर भार का वितरण उचित मात्रा में होगा और सामाजिक न्याय की स्थिति बनी होगी।